कुल मिलाकर, नॉर्मल मैपिंग कई चीज़ों में काम आने वाली टेकनीक है, और रफ़्तार बढ़ाने और वर्कफ़्लो बेहतर बनाने के लिए इसे कोई भी 3D आर्टिस्ट और डिज़ाइनर इस्तेमाल कर सकता है।
आपको नॉर्मल मैपिंग न सिर्फ़ उन चीज़ों में दिखेगी जिनमें हार्डवेयर की पाबंदियाँ काफ़ी सख्त होती हैं और जिनमें रियल-टाइम में सीन्स रेंडर किए जाते हैं, बल्कि यह कंप्यूटर-एनिमेटेड फ़िल्म्स, आर्किटेक्चरल विज़ुअलाइज़ेशन, और प्रॉडक्ट डिज़ाइन में भी दिखती है।
नॉर्मल मैपिंग किसी ऑब्जेक्ट के कलराइज़ेशन पर असर नहीं डालती, इसलिए आपको दिखेगा कि इसका इस्तेमाल अक्सर ऐसे मामलों में किया जाता है, जहाँ ऑब्जेक्ट की सर्फ़ेस पूरी तरह से फ़्लैट या स्मूद नहीं होती। सही बात की जाए, तो इसका मतलब है कि लगभग हर 3D मॉडल में नॉर्मल मैप का होना बेहतर रहेगा, ताकि खराब हो चुके लेदर, बम्पी वुड ग्रेन्स, ह्यूमन स्किन, और फ़ैब्रिक वगैरह को अप्रूव किया जा सके।
ऐसे कई ज़रूरी टूल्स और सॉफ़्टवेयर उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल आम तौर पर नॉर्मल मैपिंग में होता है। यहाँ पर उनमें से कुछ दिए गए हैं:
1. : Blender, Maya, ZBrush, व Substance 3D Modeler जैसे टूल्स का इस्तेमाल उन मॉडल्स को बनाने के लिए किया जाता है, जो नॉर्मल मैपिंग के लिए इस्तेमाल होते हैं। कई बेहतरीन सॉफ़्टवेयर सल्यूशन्स हैं जो मॉडलिंग और स्कल्पटिंग के लिए अपने-अपने तरीके अपनाते हैं।
2. : Substance 3D Painter या यहाँ तक कि Adobe Photoshop जैसे सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल नॉर्मल मैप्स सहित टेक्सचर मैप्स बनाने और एडिट करने के लिए किया जा सकता है।
3. : नॉर्मल मैप जेनरेशन सॉफ़्टवेयर हाई-रेज़ोल्यूशन जियॉमेट्री या टेक्सचर की जानकारी से नॉर्मल मैप्स बनाने में मदद करता है। XNormal, CrazyBump, या Substance 3D Designer जैसे टूल्स कई तरह के इनपुट्स के आधार पर नॉर्मल मैप्स जेनरेट कर सकते हैं।
4. : Unreal Engine और Unity जैसे गेम इंजन्स में नॉर्मल मैपिंग के लिए सपोर्ट पहले से मौजूद होता है। ये इंजन्स नॉर्मल इंजन्स का फ़ायदा उठाने के लिए ज़रूरी टूल्स और रेंडरिंग वाली खूबियाँ उपलब्ध कराते हैं। वे गेमिंग एक्सपीरियंसेज़ बनाने के साथ ही रेंडर्स बनाने के लिए भी उतने ही शानदार होते हैं।
5. : HLSL (हाई-लेवल शेडिंग लैंग्वेज) या GLSL (OpenGL शेडिंग लैंग्वेज) जैसी शेडर प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज़ को समझना नॉर्मल मैपिंग का इस्तेमाल करने वाले कस्टम शेडर्स बनाने के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है। इन लैंग्वेजेज़ की मदद से डेवलपर्स तय करते हैं कि शानदार विज़ुअल इफ़ेक्ट्स बनाने के लिए नॉर्मल व अन्य टेक्सचर मैप्स के साथ लाइटिंग कैसे इंटरैक्ट करती है।
इस लिस्ट में सबकुछ शामिल नहीं हो सकता, लेकिन यह क्रिएटर्स को नॉर्मल मैपिंग की बुनियादी समझ बनाने और उन्हें रियल-टाइम रेंडरिंग एनवायरमेंट्स में अप्लाई करने का तरीका सीखने की शुरुआत के लिए एक बढ़िया जगह उपलब्ध कराती है।